इंडियन क्रिकेट टीम करीब 100 दिन लंबे दौरे पर इंग्लैंड पहुंची है. भारतीय खिलाड़ी वहां न्यूजीलैंड के खिलाफ आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलने के अलावा मेजबान टीम के साथ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज भी खेलेंगे. स्टार बल्लेबाज हनुमा विहारी ने माना है कि टीम इंडिया के लिए यह दौरा आसान नहीं रहने वाला है. विहारी ने बताया कि ड्यूक गेंद की वजह से इंग्लैंड में खिलाड़ियों के चुनौती काफी बढ़ जाती है.
विहारी ने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में खेलने के अंतर को बयां किया है. हनुमा ने कहा, “ऑस्ट्रेलिया में कूकाबूरा सोफ्ट थी लेकिन ड्यूक्स अलग है. इसमें गेंदबाज के लिए हमेशा कुछ रहता है जो चैलेंज होता है.”
आईपीएल में जगह नहीं मिलने के बाद हनुमा काउंटी खेलने के लिए इंग्लैंड आए थे. हालांकि, इसमें उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था और वह सिर्फ एक बार ही अर्धशतक जड़ सके थे. हनुमा ने कहा, “जब मैं अप्रैल में इंग्लैंड में आया तो यहां ठंड थी. अगर आपको यह विश्वास भी हो जाए कि आप सेट हो गए तो भी आप आश्चर्य में रह जाएंगे. मुझे लगा था कि विकेट बल्लेबाजी के लिए अच्छा है लेकिन ड्यूक्स गेंद के कारण तेजी रही.”
इंग्लैंड के वातावरण में मूव करती है गेंद
विहारी ने कहा कि इंग्लैंड में ऑफ स्टंप्स को जज करना पड़ता है. हनुमा ने कहा, “ऑस्ट्रेलिया में गार्ड लेग स्टंप्स की तरफ रहता है लेकिन इंग्लैंड में आपको लाइन में रहकर खेलना पड़ता है और ऑफ स्टंप्स को जज करना पड़ा है. मैंने मिडल स्टंप पर खेलना शुरू किया लेकिन आपको याद रखना होता है कि अगर स्टंप लाइन गेंद होती है आपको स्ट्रेट खेलना होता है.”
विहारी ने आगे कहा, “यहां खेलना चुनौतीपूर्ण है. ओवरहेड वातावरण बड़ी भूमिका निभाता है क्योंकि जब मौसम सनी रहता है तो बल्लेबाजी करना असान होता है लेकिन इस वातावरण में गेंद मूव्स करती है. काउंटी में मुझे इस चुनौती का सामना करना पड़ा.”
काउंटी चैंपियशिप की पहली पारी में स्टुअर्ट ब्रॉड ने हनुमा को खाता खोले बिना आउट किया था. हनुमा ने कहा, “मुझे लगा कि मैं ड्राइव कर सकता हूं लेकिन इंग्लैंड में आपको अपने शॉट चयन पर ध्यान देने की जरूरत है. भारत में आप आराम से खेल सकते हैं.”
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