बिकरू कांड के आरोपी अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे को जेल से रिहा करने की मांग की जा रही है (फाइल फोटो)
बीजेपी के एमएलसी उमेश द्विवेदी (BJP MLC Umesh Dwivedi) ने खुशी दुबे की रिहाई की मांग को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को चिट्ठी लिखी है. पत्र में उन्होंने लिखा कि बिकरू कांड (Bikru Incident) के दस महीने बीतने के बाद भी आरोप तय नहीं हुआ है लेकिन खुशी दुबे सलाखों के पीछे है
लखनऊ. हिस्ट्रीशीटर अपराधी विकास दुबे (Vikas Dubey) के शॉर्प शूटर रहे अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे को जेल से रिहा करने की मांग जोर पकड़ने लगी है. बीजेपी के एमएलसी उमेश द्विवेदी (BJP MLC Umesh Dwivedi) ने खुशी दुबे की रिहाई की मांग को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को चिट्ठी लिखी है. पत्र में उन्होंने लिखा कि बिकरू कांड (Bikru Incident) के दस महीने बीतने के बाद भी आरोप तय नहीं हुआ है लेकिन खुशी दुबे सलाखों के पीछे है.
द्विवेदी ने कहा कि बीमार खुशी दुबे मेदांता अस्पताल में जीवन-मरण के बीच संघर्ष कर रही है इसलिए उसे रिहा किया जाए. बाराबंकी जेल में बंद खुशी दुबे की तीन दिन पहले तबीयत अचानक बिगड़ गई थी. उसे सीने में दर्द और कमजोरी की शिकायत के बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. डॉक्टरों ने इलाज से खुशी दुबे की तबीयत में ज्यादा सुधार न होता देख उसे लखनऊ रेफर करने की बात कही थी.
बता दें कि कानपुर के बिकरू गांव में पिछले साल दो जुलाई की आधी रात को घात लगाकर किए गए हमले में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी गई थी. इस वारदात को कुख्यात अपराधी विकास दुबे और उसके गुर्गों ने अंजाम दिया था. इतनी बड़ी घटना होने से देश-प्रदेश में हड़कंप मच गया था. इसके बाद पुलिस और एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए विकास दुबे के कई गुर्गों को मुठभेड़ में एक-एक कर मार गिराया था. इसी क्रम में विकास दुबे के करीबी 23 वर्षीय अमर दुबे को पुलिस ने हमीरपुर में ढेर कर दिया था. विकास दुबे की सरपरस्ती में अमर दुबे की तीन दिन पहले ही खुशी दुबे से शादी हुई थी.
बिकरू कांड के आठ दिन बाद दस जुलाई, 2020 को एसटीएफ ने विकास दुबे को उज्जैन से कानपुर लाते समय उस वक्त एनकाउंटर में मार गिराया था जब उसने साथ चल रहे पुलिसकर्मी का हथियार छीनकर भागने का प्रयास किया था.