राजीव कुमार का कहना है कि हमारी अर्थव्यवस्था के ठीक होने के बाद हम उनके विकास अनुमानों को संशोधित करेंगे. उनका कहना है कि जून से रिकवरी शुरू हो जाएगी और जुलाई से अर्थव्यवस्था को रफ्तार मिलेगी.
Niti Aayog Vice Chairman Rajiv Kumar (Photo Credit: ANI )
highlights
- RBI ने वित्त वर्ष 2022 में रियल जीडीपी के अनुमान को 10.5 फीसदी से घटाकर 9.5 फीसदी किया
- हमारी अर्थव्यवस्था के ठीक होने के बाद हम RBI के अनुमानों को संशोधित करेंगे: राजीव कुमार
नई दिल्ली:
रिजर्व बैंक (RBI) ने वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ अनुमान (GDP Growth Forecast) को 26.2 फीसदी से घटाकर 18.5 फीसदी कर दिया गया है. दूसरी तिमाही में 7.9 फीसदी, तीसरी तिमाही में 7.2 फीसदी और चौथी तिमाही में 6.6 फीसदी जीडीपी ग्रोथ का अनुमान है. वित्त वर्ष 2022 में रियल जीडीपी के अनुमान को 10.5 फीसदी से घटाकर 9.5 फीसदी कर दिया गया है. वहीं नीति आयोग के वाइस चेयरमैन राजीव कुमार (Niti Aayog Vice Chairman Rajiv Kumar) ने कहा है कि भारत की अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष 2022 में 10 फीसदी से 10.5 फीसदी की गति से आगे बढ़ेगी.
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जून से अर्थव्यवस्था में शुरू हो जाएगी रिकवरी
राजीव कुमार का कहना है कि हमारी अर्थव्यवस्था के ठीक होने के बाद हम RBI के विकास अनुमानों को संशोधित करेंगे. उनका कहना है कि जून से रिकवरी शुरू हो जाएगी और जुलाई से अर्थव्यवस्था को रफ्तार मिलेगी. राजीव कुमार ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर से राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को ज्यादा प्रभावित नहीं करेगी. हालांकि इसका थोड़ा असर जरूर होगा. उन्होंने कहा कि कोविड-19 ने सरकार को अधिक निवेश करने, सार्वजनिक बुनियादी ढांचे पर अधिक खर्च करने के लिए मजबूर किया है, लेकिन इसका अर्थव्यवस्था पर ज्यादा असर नहीं होगा क्योंकि हमारा जीएसटी संग्रह बढ़ा है.
RBI cuts GDP growth forecast for FY22 to 9.5% from 10.5% due to impact of 2nd wave, which is going to impact our economy in 1st quarter. Economy will recover below than expected in 1st quarter. Our economy will grow at a pace of 10%-10.5% in FY22: Niti Aayog VC to ANI
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— ANI (@ANI) June 5, 2021
राजीव कुमार ने कहा है कि कोविड-19 की दूसरी लहर ने लोगों को काफी डरा दिया है और जैसे ही लोगों का टीकाकरण होगा यह डर दूर हो जाएगा और लोग खर्च करने के लिए बाहर आने लगेंगे. उनका कहना है कि हम विनिर्माण और निर्यात में प्रगति की उम्मीद कर रहे हैं. राजीव कुमार का कहना है कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि के बारे में केंद्र को कुछ करना चाहिए, लेकिन हमें संतुलन की भी जरूरत है. महंगाई पर नियंत्रण की जिम्मेदारी सरकार की है और उम्मीद है कि जिन पर यह जिम्मेदारी होगी वे संतुलन बनाएंगे.
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First Published : 05 Jun 2021, 12:11:26 PM
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