बरेली में एक हिंदू परिवार ने दूसरे समुदाय के लोगों से परेशान होकर पलायन को मजबूर हैं
Bareilly News: गांव की रहने वाली एक महिला का आरोप है कि पड़ोस में रहने वाले मुस्लिम परिवार का एक लड़का उनके घर मे घुस आया और नहाते वक्त उनकी बेटी से छेड़छाड़ की. परिवार का कहना है कि जब उन्होंने इस बात की शिकायत थाने में की तो पुलिस ने महज 151 में आरोपियो का चालान कर दिया जिससे उनको तुरंत जमानत मिल गई.
बरेली. अलीगढ़ और हापुड़ के बाद अब बरेली (Bareilly) के इज़्ज़तनगर में एक हिन्दू परिवार अपने गांव से पलायन (Exodus) करने को मजबूर है. उसका आरोप है कि दूसरे धर्म के लोगों ने उनका रहना मुश्किल कर दिया है. उनकी बेटी के साथ छेड़खानी की और विरोध करने पर जान से मारने की धमकी भी दे रहे है. वही पीड़ित परिवार का कहना है कि पुलिस (Police) भी उनकी नही सुन रही है. जबकि पुलिस परिजनों के आरोपो को नकार रही है.
घर के बाहर लिखा हुआ “यह मकान बिकाऊ है” ये वायरल वीडियो इज़्ज़तनगर थाना क्षेत्र के नगरिया कला की है. ये गांव मुस्लिम बाहुल्य गांव है और यहां पर हिन्दू परिवार बहुत ही कम है. वहीं इसी गांव की रहने वाली एक महिला का आरोप है कि पड़ोस में रहने वाले मुस्लिम परिवार का एक लड़का उनके घर मे घुस आया और नहाते वक्त उनकी बेटी से छेड़छाड़ की. परिवार का कहना है कि जब उन्होंने इस बात की शिकायत थाने में की तो पुलिस ने महज 151 में आरोपियो का चालान कर दिया जिससे उनको तुरंत जमानत मिल गई. जिसके बाद आरोपी कह रहे है कि तुम्हे गांव में रहने नही देंगे. डर के कारण अब परिवार ने गांव का मकान बेचकर कही और जाने की सोच ली है.
पीड़ित किशोरी का है ये आरोप
पीड़ित किशोरी की मां का आरोप है कि उन्होंने इस मामले की शिकायत एसएसपी से की लेकिन अभी तक कोई कार्यवाई नहीं हुई है. पीड़ित परिवार दलित है जिस वजह से आरोपी उसे जातिसूचक शब्द भी बोलते है. वहीं पीड़िता का कहना है कि जब वो नहा रही थी तभी पड़ोस में रहने वाला लड़का उसके घर मे घुस आया और उसके साथ छेड़खानी की और चिल्लाने पर उसका मुंह बंद कर दिया.एसएसपी ने कही ये बात
इस मामले में एसएसपी रोहित सिंह सजवाण का कहना है कि कुछ दिनों पहले जो परिवार घर बेचने की बात कह रहा है उसने दूसरे समुदाय के खेत मे टेंट लगाकर शादी समारोह किया था और फिर गंदगी खेत मे ही छोड़ दी थी. इस बात को लेकर विवाद हुआ था जिसमे पुलिस ने शांति भंग की कार्यवाई की थी. लेकिन अब इसे साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिश की जा रही है. पंचायत चुनाव में हारने की वजह से हारा हुआ प्रधान इस परिवार को ढाल बनाकर इस तरह की कहानी गढ़ रहा है. उनका कहना है कि इस मामले में दोषियो के खिलाफ सख्त कार्यवाई की जाएगी.